चौ. भजनलाल

जीवन परिचय

चौ. भजनलाल : एक परिचय

युगपुरुष बिश्नोई रत्न चौ.भजनलाल
  • जन्म :6 अक्तूबर, 1930
  • माता-पिता : श्रीमती कुंदना देवी-श्री खेराज मांझू
  • धर्मपत्नी : श्रीमती जसमां देवी
  • पुत्री-पुत्र : रोशनी देवी, चन्द्रमोहन, कुलदीप सिंह
  • जन्म स्थान : कोंडावाली, तत्कालीन बहावलपुर रियासत (वर्तमान पाकिस्तान में) में स्थित
  • शिक्षा : इण्टरमीडिएट
  • ग्राम पंच : 1960 ई.
  • जिला परिषद् (हिसार ब्लॉक-II) सदस्य :1961
  • जिला परिषद् (हिसार ब्लॉक-II) अध्यक्ष : 1965
  • आदमपुर से विधायक : 1968, 1972, 1977, 1982, 1991,1996, 2000, 2005, 2008
  • हरियाणा के कृषि मंत्री : 1970-1975
  • हरियाणा के सहकारिता मंत्री : 1978
  • प्रथम बार मुख्यमंत्री : 28 जून, 1979
  • दूसरी बार मुख्यमंत्री : 23 मई, 1982
  • 'बिश्नोई रत्न की उपाधि से अलंकृत : 10 मार्च, 1986
  • राज्यसभा सदस्य : 2 अगस्त, 1986
  • केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री : 21 अक्तूबर, 1986
  • केन्द्रीय कृषि मंत्री : 14 फरवरी, 1988
  • फरीदाबाद से सांसद : नवम्बर, 1989
  • तीसरी बार मुख्यमंत्री : 23 जून, 1991
  • करनाल से सांसद : 2 मार्च, 1998
  • नेता प्रतिपक्ष : 10 मार्च, 2000
  • कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष : 1 अगस्त, 2002
  • हजकां (बी.एल.) की स्थापना :2 दिसम्बर, 2007
  • हिसार से सांसद : मई, 2009
  • निधन :3 जून, 2011

अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा

“सिर साटे रुख रहे तो भी सस्तो जाण”

अमृता देवी गुरू जांभोजी महाराज की जय बोलते हुए सबसे पहले पेड़ से लिपट गयी, क्षण भर में उनकी गर्दन काटकर सिर धड़ से अलग कर दिया. फिर तीनों पुत्रियों पेड़ से लिपटी तो उनकी भी गर्दनें काटकर सिर धड़ से अलग कर दिये.